धर्मी सोचता अब अपने संगत आया है अधर्मी अबकी अंगद पांव लाया है। धर्मी सोचता अब अपने संगत आया है अधर्मी अबकी अंगद पांव लाया है।
नदियों के जल ने जैसे ली समाधि तैरती कश्तियों ने भी किनारों पर पसारे पाँव। नदियों के जल ने जैसे ली समाधि तैरती कश्तियों ने भी किनारों पर पसारे पाँव।
कि चंद्र के विफलता से न डर कि मंगल तक अपना सरमाया है कि चंद्र के विफलता से न डर कि मंगल तक अपना सरमाया है
इतिहास के साक्षात साक्षी ये अंधेरे में राह दिखाएँ बन किरण। इतिहास के साक्षात साक्षी ये अंधेरे में राह दिखाएँ बन किरण।
लुट चुके विचारों के गाँव डाल चले लहरों पर पाँव लुट चुके विचारों के गाँव डाल चले लहरों पर पाँव
अबॉर्शन करके तब भ्रुणहत्या कर देते हैं। अबॉर्शन करके तब भ्रुणहत्या कर देते हैं।